नरेंद्रनगर: पहाड़ों में खेती अक्सर बारिश पर निर्भर होती है, लेकिन कभी भी बारिश खेती के लिए कहर बनकर भी आ जाती है जिससे किसानों की खेती को भारी नुकसान पहुंचता है। खासतौर पर मानसून के समय पहाड़ों में होने वाली बारिश से काफी ज्यादा नुकसान की खबरें आती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है नरेंद्रनगर विधानसभा के भिंगार्की और कखूर ग्राम पंचायत में। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते काश्तकारों के खेत और उनकी फसलें मलबे की भेंट चढ़ गई। वहीं क्षेत्र के पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत क्षेत्र में पहुंचे और उन्होंने बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके साथ ही पूर्व विधायक ने संबंधित विभागों से दूरभाष पर बात भी की। और आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
वहीं पीएमजीएसवाई का पुस्ता धंस जाने से कखूर ग्राम पंचायत में 3 परिवारों के मकान खतरे की जद में आ गए। दोनों ग्राम पंचायतों में लगभग दो दर्जन काश्तकारों के खेत व नकदी फसलें मलबे की भेंट चढ़ गई, लोगों ने टूटे खेतों की मरम्मत करने और फसलों का उचित मुआवजा देने की मांग की है। लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र के लोगों के सामने कई समस्याएं हैं, एक तरफ कुदरत की मार से खेती बार्बाद हो गई तो वहीं दूसरी तरफ मकानों को भी खतरा पैदा हो गया।
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संवाद365/वाचस्पति रयाल