पौड़ी जिला अस्पताल को महंत इंद्रेश अस्पताल को सौंपा गया
पीपीपी मॉडल से संविदा कर्मियों की नौकरी पर आया संकट
आम आदमी पार्टी ने अस्पताल प्रशासन का किया घेराव
सीएमओ ने अन्य केंद्रों में समायोजित करने का दिया आश्वासन
पौड़ी के जिला अस्पताल को सोमवार से महंत इंद्रेश अस्पताल को सौंप दिया गया है. अब जिला अस्पताल के संचालन से लेकर वित्तीय और अस्पताल के अनुरक्षण की जिम्मेदारी महंत इंद्रेश अस्पताल की होगी. जिसके परिणामस्वरूप वहाँ कई वर्षों से कार्यरत दैनिक वेतन पर काम करने वाले कर्मचारियों पर गाज गिर गयी है. यहाँ कार्यरत लगभग 25 कर्मचारियों को 31जनवरी तक सेवा समाप्ति की चेतावनी जारी कर दी गयी है. अब इन सभी कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो चुका है.
आम आदमी पार्टी पौड़ी के कार्यकर्ताओं ने कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने का विरोध करते हुए अस्पताल प्रशासन का घेराव किया. पार्टी कार्यकर्ताओं ने सीएमओ पौड़ी को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा और जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
वहीं पौड़ी के सीएओ मनोज शर्मा ने मार्च 2021 तक सविंदा कर्मचारियों की सेवा बहाल रखते हुये उनको जनपद के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में समायोजित करने जा आश्वासन दिया. हांलांकि उनहोंने यह भी कहा की अभी तक इन कर्मचारियों के संबंध में किसी तरह का कोई आदेश उनको उच्च अधिकारियों से नहीं मिला है. लेकिन मामले का स्वत: संज्ञन लेते हुए हमने मार्च तक इनकी सेवा बहाल रखी है ताकी तब तक सभी को समायोजित करने की प्रक्रिया की जा सके.
दरअसल 2020 में नीति आयोग द्वारा जो जिला अस्पताल संसाधनों और वित्तीय कारणों से असमर्थ हो उनहें पीपीपी मॉडल के अंतर्गत किसी नए या पहले से स्थापित प्राइवेट मैडिकल कॉलेज को दिए जाने की योजना बनाई गई थी. जिसी के तहत पौड़ी के जिला अस्पताल की खस्ता हालत को देखते हुए अब महंत इंद्रेश अस्पताल को पूरी तरह से संचालन के लिए दिया गया है. अब प्रइवेट हाथों में जाने के बाद जिला अस्पताल में कितना सुधार होता है ये कुछ ही समय में पता चल जाएगा लेकिन संविदा कर्मचारियों की नौकरी का संकट भी प्रशासन और सरकार की ही जिम्मेदारी है जिस और ध्यान नहीं दिया गया है.
(संवाद 365/भगवान सिंह)