चमोली- यूं तो उत्तराखंड राज्य की मांग जनता ने सिर्फ इसलिए की थी. क्योंकि पहाड़ों में मूलभूत सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा सके ! परन्तु राज्य गठन के 20 वर्षों के बाद भी जनपद चमोली के पोखरी विकासखण्ड का गोदिगीवाला गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं का दंश झेल रहा है.
दरसल 15 साल पहले इस सड़क की स्वीकृति हुई थी और उसके बाद लोक निर्माण विभाग पोखरी ने इस सड़क को कनकचोरी से रोता गांव तक 8 किलोमीटर पहुँचाना था. लेकिन ग्रामीणों का कहना हैं कि अभी तक विभाग ने सिर्फ चार ही किलोमीटर सड़क काटी हैं जिसमे 2 km पर डामरीकरण कर दिया गया हैं जबकि 2 किलोमीटर को और काटा हैं परंतु उसकी हालत ये है की उस पर पैदल चलना भी बेहद मुश्किल है. ऐसे में ग्रभवती महिलाओं को और अन्य रोजमर्रा के काम के लिए लोगों को मश्क्कत करनी पड़ती है.
इतने वर्ष बीत जाने के बाद 8 किलोमीटर सड़क को पूरा न करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं और सड़क की कटिंग के कारण गांव में प्राकृतिक पानी का स्रोत भी मलबे में दब गया हैं जिससे कि गांव में पानी का संकट उबर आया है और ना ही गांव में हर घर,हर नल जैसी महत्वपूर्ण योजना का कोई लाभ मिल पाया है.
अब ऐसे में आलम ये हैं कि इस सड़क से 4 दूरस्थ गांवो को फायदा होना था लेकिन वो आज भी इस संपर्क से कटे हुए है! आखिर देखने वाली बात ये होगी कब इस विषय पर सरकार गम्भीर होती हैं !क्योंकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से जनता खासा नाराज है.
(संवाद365,संदीप बर्त्वाल)
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