रुद्रप्रयाग: पिछले 2 दिनों से रूद्रप्रयाग नगर पालिका में पर्यावरण मित्र और दैनिक कर्मचारी अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर हैं, जिस कारण नगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. जगह-जगह कूड़े के ढेर जमा होने लगे हैं, ऐसे में पूरा शहर बदरंग नजर आने लगा है. नगर क्षेत्र को गंदगी मुक्त रखने के लिए नगर पालिका द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर अन्य मजदूरों को रखा गया लेकिन हड़ताल पर गए पालिका के सफाई कर्मियों ने इन्हें भी कूड़ा उठाने से रोक दिया. नगर पालिका अध्यक्ष गीता झिक्वांण ने आरोप लगाया कि हड़ताल पर गए कर्मचारियों द्वारा 2 घंटे तक नगर की सफाई करने से रोका गया और अंत में पालिका को कूड़ा वाहन को खाली वापस ले जाना पड़ा किन्तु प्रशासन से कई बार पुलिस फोर्स की मांग की गई लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी सहयोग उन्हें नहीं दिया गया.
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से लेकर जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता को लेकर कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. ऐसे में प्रशासन द्वारा पालिका को स्वच्छता को लेकर सहयोग न देना अधिकारियों की मंशा पर सवाल जरूर खड़े करते हैं, उधर सफाई कर्मियों व दैनिक कर्मचारी का समान कार्य समान वेतन समेत 9 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन जिले के सामाजिक संगठन भी करने लगे हैं.
पिछले लम्बे समय से नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मी और दैनिक कर्मचारी समान कार्य समान वेतन की मांग कर रहे हैं. लेकिन पालिका बजट का रोना रो रही है. ऐसे में अब इन कर्मियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता एक्तियार किया है. दूसरी तरफा इन कर्मियों के हड़ताल पर जाने से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरती हुई नजर आ रही है.
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संवाद365/कुलदीप राणा