प्रदेश में शुरू हुई बर्फबारी… केदारनाथ से धनोल्टी तक बर्फ ही बर्फ

November 28, 2019 | samvaad365

समुद्र तल से साढे 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित बाबा केदार शीतकाल की पहली बर्फबारी से बर्फानी हो गए हैं. पूरा केदारनाथ धाम बर्फ की सफेद चादर ओढे हुए हैं. केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने बाद यूं तो केदारनाथ धाम में सन्नाटा सा छा गया था. लेकिन केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के कार्यों में जुटे मजदूर जरूर यहां पसरे सन्नाटे को तोड़ रहे थे. कल रात से लगातार धाम में  बर्फबारी होने से यहां तीन फीट से अधिक बर्फ जम गई है. तापमान माइनस 8 डिग्री तक गिर चुका है. ऐसे में यहां कुछ भी मानव श्रम करना संभव नहीं है. पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बर्फबारी ने यहां रह रहे मजदूरों की दुश्वारियां को और बढा दिया है.

इन दिनों केदारनाथ में शंकराचार्य समाधि और तीर्थ पुरोहितों के मकान गढवाली शैली में बनाये जा रहे थे. लेकिन धाम में भारी बर्फबारी के कारण सभी मजदूर वापस लौट गए. ऐसे में अब मार्च के बाद ही यहां पर कोई कार्य संभव हो पायेगा.

केदारनाथ के साथ ही चमोली के बदरीनाथ हेमकुंड साहिब व औली में बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है. निचले इलाकों में बारिश होने से मौसम में ठंडक बढ़ गई है. जिले में बर्फबारी होने के साथ साथ फूलों की घाटी में बर्फबारी हुई है. औली में बर्फबारी होने से होटल व्यवसाई व पर्यटक के चेहरे खिल उठे हैं.

वहीं टिहरी जिले के पर्यटन नगरी धनोल्टी में भी देर रात से रुक रुक कर बारिश के साथ बर्फबारी जारी है. सीजन की पहली बर्फबारी से टिहरी के धनोल्टी कानाताल सुरकंडा मंदिर सेम नागराजा के स्थानीय लोगों और पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. अब यहां पर पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ गई है.

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