VIDEO : मौत का पुल पार करते मासूम बच्चे, फिर गांववालों ने दिखा डाला सरकार को आईना, खुद बनाया लकड़ी का पुल

August 6, 2022 | samvaad365

थत्यूड़ (मुकेश रावत) : गांव वालों ने सरकार को एक बार फिर से आईना दिखाने का काम किया है, जो काम सरकार को, स्थानीय विधायक को, संबंधित विभाग को अधिकारियों को करना चाहिए था वो काम खुद गांव वालों ने किया. क्योंकि गांव वालों की आस टूट गई है.

जी हां हम बात कर रहे हैं धनोल्टी विधानसभा के अंतर्गत  जौनपुर ब्लॉक की। भवान बाजार के निकटवर्ती गांव गवाणा,तोगी, दामणी व बांडाचक के लगभग दो हजार की जनसंख्या वाले गांव के लोगों ने गांव के लिए पुल नहीं होने का कारण ग्रामीणों ने स्वयं के संसाधन से लकड़ी का पुल बना डाला और सरकार को संबंधित विभाग के अधिकारियों को आइना दिखाने का काम किया.

आपको बता दें कि इस समय अगलाड़ नदी उफान पर है और लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहाहै. अब आप सोच रहे होंगे की नदीं के उफान पर आने से लोगों को परेशानी क्यों हो रही है क्या वहां आने जाने के लिए कोई मार्ग या पुल नहीं है तो बता दें कि वहां कोई पुल नहीं है. गांव वाले जान जोखिम में डालकर नदी को पार करते हैं.

कई बार लोग सरकार से पुल बनाने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन कुछ सुध ना लेने के कारण उन्होंने खुद ही लकड़ी का पुल बना डाला. क्योंकि पुल न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी बीमार लोग स्कूली बच्चों को गर्भवती महिलाओं को नदी पार करने में होती जिससे ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को आईना दिखाते हुए स्वयं अपने संसाधनों से 1 दिन में ही लकड़ी का पुल बना डाला। तो वहीं ग्रामीण रविंद्र नेगी दलवीर रमोला ने कहा कि एक और सरकार आजादी का अमृत महोत्सव का भव्य आयोजन कर रही है तो वहीं दूसरी ओर लोगों के लिए एक पुल तक नहीं बना पा रही है. मासूम बच्चे लकड़ी का पुल पार कर आ जा रहे हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है.

गांव वालों में रोष है. गांव वालों का कहना है कि नेता लोग सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं और जीत के बाद दिखते तक नहीं है. गांव वालों में रोष है और उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द पुल बनाने की मांग की है।

संवाद 365, दीपिका भंडारी

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