शाबाश: पहाड़ के इस बेटे ने गेट 2019 में हासिल की 29 वीं रैंक

March 18, 2019 | samvaad365

कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती हैं, पंखों से कुछ नहीं होता हौंसलों से उड़ान होती है। इन्हीं पंक्तियों को सार्थक किया है रूद्रप्रयाग जनपद के विकासखण्ड जखोली के बन्दरतोली गांव निवासी शुभम डोभाल ने। यूँ तो पहाड़ के गांवों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, यहां के दूरस्थ गांवों में भी प्रतिभायें और कलाकारों की एक बड़ी जमात छुपी हुई है। जब कभी भी इन प्रतिभाओं को मौका मिलता है तो ये अपने हुनर का लोहा अन्तरराष्ट्रीय पलक पर मनवाते हैं।

 

यही कर दिखाया है शुभम डोभाल ने। शुभम ने गेट की परीक्षा में ऑल इण्डिया में 29 वीं रैंक हासिल की है, जिससे न केवल शुभम का परिवार बल्कि पूरा रूद्रप्रयाग जनपद गौरान्वित महसूस कर रहा है। शुभम ने अपनी इण्टर तक की शिक्षा नवोदय विद्यालय जाखधार से ग्रहण की। वर्ष 2011 में पिता दौलत राम डोभाल की असमय मृत्यु के कारण परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा था। तीन भाई बहिनों में सबसे छोटा शुभम ने इण्टर की परीक्षा उत्तीण करने के बाद ग्राफिक्स ऐरा देहरादून से कम्प्यूटर साइन्स से बीटेक की पढ़ाई शुरू की। शुभम ने अपने गेट के पहले प्रयास में कम्प्यूटर साइन्स से आल इण्डिया में 29 वीं रैंक हासिल की। शुभम का कहना है कि हमारा ध्यान हमारे चिन्हित लक्ष्य पर एकाग्रता से रहना चाहिए और उसे पाने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत की जानी चाहिए तभी किसी भी लक्ष्य को पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सफलता के पीछे मेरे परिजनों के साथ ही गुरुजनों का भी आशीर्वाद रहा है। शुभन ने खासकर अपने नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य वी0 एस0 गुसाई व ग्राफिक ऐरा के फाउंडर कमल घनसाला को धन्यवाद दिया है जिन्होंने उन्हें इस परीक्षा के लिए बेहतर गाइड किया है। शुभम राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ जुड़कर देश की सेवा करना चाहते हैं।

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रुद्रप्रयाग/कुलदीप राणा

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