भारत में हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और डॉक्टरों को उनकी समर्पित सेवा के लिए शुक्रिया अदा करना है। इस साल नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम – ‘बिल्डिंग ए फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड। रखी गई ।इस मौैके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी देश के चिकित्सकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश के डॉक्टरों ने लाखों लोगों की जान बचाई। कई डॉक्टरों ने इलाज के दौरान अपने जीवन की आहुति दे दी। कोरोना के दौरान हमारे डॉक्टरों ने जिस तरह से देश की सेवा की है, वह अपने आप में एक प्रेरणा है, डॉक्टरों को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है।
क्या कहा पीएम मोदी ने स्वास्थ सेवाओं को लेकर
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान हमने अपने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, इस साल स्वास्थ्य सेवा के लिए दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटन है। देश में एम्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य बजट इस साल दोगुना किया गया है।
डॉक्टर्स डे मनाने की शुरूआत
1991 में सबसे पहले भारत में नेशनल डॉक्टर डे मनाया गया था। तब से हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। साथ ही हर साल इस खास दिन के लिए विशेष थीम भी रखी जाती है। इस साल नेशनल डॉक्टर डे पर थीम – बिल्डिंग ए फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड रखी गई है ।
किसकी याद में मनाया जाता है नेशनल डॉक्टर डे
1 जुलाई को देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि होती है। यह दिन उन्हीं की याद में मनाया जाता है।डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय भारत के सबसे प्रसिद्ध चिकित्सकों में से एक रहे हैं।
डॉक्टर्स डे का महत्व
डॅाक्टर समाज में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चिकित्सक समुदाय ने कोविड-19 महामारी से लड़ाई में भी अहम भूमिका निभाई है और इस समय भी सभी डॅाक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर देश सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे में उन सभी डॉक्टर्स को संवाद365 सलाम करता है । जो दिन रात मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं ।
संवाद365,डेस्क
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