उत्तराखंडी बोली, संस्कृति को बढावा देना उत्तराखंड पंचमी महोत्सव का उद्देश्य

March 26, 2019 | samvaad365

उत्तराखंड की संस्कृति, बोली, वेशभूषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गायिजाबद स्थित इंदरापुरम के रामलीला मैदान में पहली बार उत्तराखंडी त्योहार पंचमी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि कार्यक्रम का आयोजन 29 से 31 मार्च तक बेहद भव्य तरीके से किया जाएगा। दरअसल उत्तराखंड के सभी प्रवासियों ने इस महोत्सव को उत्तराखंड पंचमी महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

वहीं तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में गढरत्न नरेंद्र सिंह नेगी, जागर सम्राट प्रीतम भर्त्वाण, लोकगायिका मीना राणा, अनुराधा निराला, आशा नेगी, कौशल पांडेय, सोनी आनंद, बिशन हरियाला, किशन महिपाल, पन्नू गुसाईं, मुकेश कठैत, जीतेंद्र तोमक्याल, प्रशांत गगोड़िया, ऋतिक भारद्वाज और वीरू जोशी जैसे उत्तराखंडी सुर सम्राट अपनी आवाज़ों का जादू बिखेरेंगे। इस मंच के माध्यम से दिल्ली/एनसीआर के कई स्कूली बच्चों को देश हित में, प्रदूषण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, शिक्षा आदि सामाजिक सरोकारों से जुड़े अभियानों पर प्रस्तुति करने का मौका दिया जाएगा।

समिति के अध्यक्ष सरदार सिंह रावत ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य उत्तराखण्ड से पलायन कर चुके लोगों को उनके उत्तराखण्डी होने का अहसास कराना है। उन्होंने कहा कि यदि एनसीआर में कार्य करने वाले लोग वापस उत्तराखण्ड जाना चाहते हैं तो समिति की तरफ से उन्हें पूरी मदद की जाएगी। वहीं महोत्सव की संयोजिका कुसुम असवाल ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में पहली बार आयोजित होने वाला पंचमी महोत्सव सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने का काम करेगा। बता दें कि यह कार्यक्रम पहले 1 से 3 मार्च तक आयोजित किया जाना था, लेकिन पुलवामा में सैनिकों पर हुए हमले के बाद इसे स्थगित किया गया।

यह खबर भी पढ़ें-पहाड़ की एक और बेटी पहुंची बॉलीवुड, इस फिल्म में मिला रोल…

यह खबर भी पढ़ें-विश्व प्रसिद्ध हिमक्रीडा स्थली औली में अबतक बिछी है बर्फ की चादर

दिल्ली/पुष्पा पुंडीर

33787

You may also like