गंगोत्री धाम के खुले कपाट, चारधाम यात्रा हुई शुरू…

May 7, 2019 | samvaad365

उत्तरकाशी: मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखवा से गंगा जी की डोली सोमवार दोपहर 12.15 बजे मंदिर से बाहर निकाली गई  तथा 12.35 बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। रात्रि विश्राम के लिए भैरवघाटी के भैरव मंदिर में पहुंची।आज भैरव मंदिर से गंगा की डोली गंगोत्री के लिए रवाना होगी। मंगलवार दोपहर 11.30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिये गए। माँ गंगा के दर्शन के लिए भक्तों का लगा है तांता।

मुखवा में सोमवार सुबह से ही मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हुई। जिसके बाद मुखवा, धराली, हर्षिल के ग्रामीणों के साथ ही देश विदेश से आये यात्री भी जुटने शुरू हुए। दोपहर तक मुखवा गांव में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। मंदिर में मां गंगा की भोग मूर्ति का श्रृंगार किया गया। दोपहर ठीक 12.15 बजे अमृत बेला पर एक बजे गंगा की डोली मंदिर से बाहर निकाली गई। 12.35 बजे 2वीं महार रेजिमेंट के आर्मी बैंड तथा ढोल-रणसिंगों की अगुआई में गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। यात्रा में स्थानीय लोगों के साथ ही देश-विदेश के श्रद्धालु भी शामिल हुए। मुखवा से गंगा की डोली को स्थानीय महिलाएं व अन्य लोगों ने परंपरानुसार विदा किया।

अक्षय तृतीय के पर्व पर मंगलवार को खुलने जा रहे गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। दोनों मंदिरों में पुताई का कार्य होने के बाद अब मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सोमवार को मां गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से विधिवत पूजा अर्चना के बाद दोपहर 12:35 पर गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी। जिसके लिए मुखबा गांव में भी मां गंगा की विदाई के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि मां गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) से सोमवार (आज) गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी। इससे पूर्व सुबह से मां गंगा की पूजा-अर्चना की जायेगी। इसके बाद पारंपरिक वाद्य यंत्रों तथा आर्मी बैंड की धुन पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं के साथ 12:35 पर मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा से गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। जो भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार सुबह गंगोत्री धाम पहुंचेगी। जहां गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम के साथ विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दोपहर 11:30 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। कहा कि यात्रा में स्थानीय लोगों के साथ देश-विदेश के श्रद्धालु भी शामिल होने के लिए धराली, मुखबा, हर्षिल पहुंच गए हैं।

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संवाद365/दिलीप कुमार, उत्तरकाशी 

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