रुद्रप्रयाग: बंदी की कगार पर खड़े हैं व्यावसायिक शिक्षा केंद्र

April 30, 2019 | samvaad365

रूद्रप्रयाग जनपद में कुकुरमुत्तों की तरह सरकारों ने व्यावसायिक शिक्षा के केन्द्र तो खोले हैं लेकिन इन शिक्षण संस्थानों में आधारभूत ढांचा विकसित करना सरकारें भूल गई, नतीजतन अब ये केन्द्र बंदी के कगार पर खड़ें हैं।

रूद्रप्रयाग जनपद में सरकारी शिक्षा व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है लेकिन यहां व्यावसायिक शिक्षा के केन्द्र भी अब बंदी की कगार पर खड़े हैं। पॉलटेक्निकल हो या आईटीआई शिक्षण संस्थान। सरकारों ने अपनी सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए  जगह-जगह इन केन्द्रों की स्थापना तो कर दी लेकिन इन संस्थानों में बुनियादी सुविधाओं का भारी टोटा बना हुआ है। आज बात करेंगे रूद्रप्रयाग के विकाखण्ड जखोली के दूरस्थ क्षेत्र चिरबटिया में स्थित आईटीआई संस्थान की जो अपने स्थापना काल से ही भारी अव्यवस्थाओं का दंश झेल रहा है। वर्ष 1989 में उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा जनपद टिहरी व रूद्रप्रयाग की सीमा पर चिरबटिया में आईटीआई शिक्षण संस्थान को स्वीकृति तो दी थी जिसका संचालन वर्ष 1992 में तीन ट्रेडों के साथ किराये के भवन पर आरम्भ किया गया। लेकिन सरकारों की बेरूखी का आलम तो देखिए 27 साल बीत जाने के बाद भी इसे अपना भवन नसीब नहीं हुआ। स्थिति यह है कि आज भी 4 रूपये प्रति स्कायर सेमी के हिसाब से इस भवन का किराया जाता है जिस कारण मकान मालिक इसे रिपेयर नहीं कर रहा है और भवन की स्थिति अत्यंत जीर्ण-शीर्ण बनी हुई है। जिससे यहां अध्ययनरत छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

90 के दशक में संचालित आईटीआई चिरबटिया में अध्यापकों और कर्मचारियों के स्वीकृत 14 पदों के साथ शासनादेश जारी किया गया था लेकिन वर्तमान में आलम यह है कि आईटीआई केवल प्रभारी अनुदेशक के भरोसे चल रहा है। जबकि इस संस्थान में तीन इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रिकल और वारमैंन जैसे ट्रेड संचालित तो किए जा रहे हैं पर इनके अध्यापक नहीं है।

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रुद्रप्रयाग/कुलदीप राणा

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