उत्तराखंड में वेंटीलेटर पर चल रही स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं सीएम रावत के द्वारा हर मंच से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक डॉक्टर पहुंचानेे की बात भी कही जा रही है लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज से पास आउट डॉक्टर्स से सरकारी सेवा करने के लिए बॉन्ड भी भरवाए गए थे
वहीं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों और स्वास्थ्य महानिदेशक की माने तो लगभग 1000 से ऊपर की संख्या में बॉन्ड डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी उसमें से कुछ डॉक्टर पीजी करने के लिए चले गए तो लगभग 377 डॉक्टर्स अभी भी गायब है जिन्होंने अभी तक ज्वाइन भी नहीं किया ऐसे डॉक्टरों पर शिकंजा कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर टीसी पंत का कहना है अनुबंध चिकित्सा शिक्षा विभाग के साथ किया गया था उचित कार्यवाही के लिए चिकित्सक शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जा चुका है अगर ए डॉक्टर सरकारी सेवा में जॉइन नहींं करते है तो इन पर नियमानुसार विभागीय कार्यवाही की जाएगी ।
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देहरादून/काजल