बागेश्वर: बागेश्वर जिले के नरगोली गांव के रहने वाले सुनील कुमार कोरोना काल में वापस अपने गांव लौटै तो रोजगार एक बड़ा प्रश्न था। लेकिन जैसे ही गांव में कुछ करने की सोची जो अराजक तत्वों ने ऐसा काम किया कि सुनील की उम्मीदें धुमिल हो गई। लेकिन अब उन्हीं धुमिल उम्मीदों को जगाया है बागेश्वर के जिला प्रशासन ने।
https://youtu.be/Reks0cw0kFc
दरअसल सुनील कुमार तीन महीने पहले पंजाब से लौटे थे। कुछ दिन गांव में ही दिहाड़ी मजदूरी करने के बाद उसने खुद का कारोबार करने की सोची। इसके लिये उसने मजदूरी से पैसे भी जमा किये। गांव में ही रोजगार करने की उम्मीद लेकर वह शहर से एक रेहड़ी लेकर आया। अगले ही दिन जैसे ही वह काम की शुरूआत करने वाला थे। तो अराजक तत्वों ने रेहड़ी में तोड़फोड़ करते हुये सारा सामान फेंक दिया। जब इसकी खबर सुनील को लगी तो उसने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की। मामले का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी ने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ नरगोली गांव का दौरा किया। जिलाधिकारी ने सुनील कुमार से मुलाकात करने के बाद उसे नयी रेहड़ी दी और स्वरोजगार योजना के तहत मदद करने का भरोसा दिलाया। बागेश्वर के सुनील के साथ जो हुआ वो किसी के साथ नहीं होना चाहिए। लेकिन उसके बाद बागेश्वर के जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जो किया वो वाकई में काबिले तारीफ है।
यह खबर भी पढ़ें-हरिद्वार: प्रदेश में तीसरी पार्टी को लेकर कांग्रेस नेता का बयान, कहा उत्तराखंड में तीसरे विकल्प का सवाल ही नहीं होता
संवाद365/हिमांशु गढ़िया