देहरादून : देहरादून का सेलाकुई क्षेत्र इंडस्ट्रीयल एरिया है जहां कई बड़ी बड़़ी फैक्ट्रियां है. साथ ही यहां कई संदिग्ध पुलिस की रडार पर आए और गिरफ्तार हुए. प्रेमनगर और सेलाकुई क्षेत्र आतंकियों और कश्मीरियों का पनाहगार बनता जा रहा है। प्रेमनगर में कई कश्मीरी छात्र-छात्राए पढ़ाई कर रहे हैं जिनकी कई बार गतिविधियां गलत और संदिग्ध पाई गई. पुलवामा हमले के दौरान प्रेमनगर में पढ़ाई कर रहे छात्र ने अभद्र औऱ देश विरोधी कमेंट किए थे.
बता दें कि शनिवार को जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी नदीम सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है वह 2019 में देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र में रह चुका है। यहां उसने कुछ समय काम किया और फिर चला गया। शनिवार को जब नदीम के सहारनपुर में पकड़े जाने की सूचना उत्तराखंड पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। आला अधिकारियों की ओर से टीमें तैयार करके गहनता से जांच की गई.
वहीं पुलिस को जांच में पता चला कि नदीम के बड़े भाई इसरार, कादिर और सद्दाम देहरादून के सेलाकुई में परचून की दुकान चलाते हैं और नदीम भी उनके साथ यहां रह चुका है। नदीम की तलाश में सबसे पहले एटीएस ने देहरादून में ही छापेमारी की थी।यहीं से पता चला कि नदीम गांव में है। इसके बाद एटीएस ने उसे दबोच लिया। शनिवार को पुलिस की स्पेशल ब्रांच की टीम ने नदीम के भाई इसरार, कादिर व सद्दाम से घंटों पूछताछ की। उसके आसपास और उनसे संपर्क करने वालों से भी पूछताछ की गई.उनके मोबाइल भी खंगाले और घर की तलाशी भी ली।
बता देंकि सहारनपुर गंगोह थानाक्षेत्र के गांव कुंडा कला निवासी आतंकी नदीम को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया। नदीम देश में फिदायीन हमला करने की फिराक में था। नदीम आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के इशारे पर वह 15 अगस्त को कोई बड़ी वारदात कर सकता थाएटीएस ने बताया कि नदीम आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद समेत कई आतंकी संगठनों से जुड़ा था जो व्हाटस्एप और टेलीग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए से आतंकी ट्रेनिंग ले रहा था। वहीं इस खबर से पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है.
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