पिथौरागढ़ में पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही बारिश के चलते आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त

June 18, 2021 | samvaad365

पिथौरागढ़ जिले में पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही बारिश के चलते आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले के धारचूला से बहने वाली काली नदी समेत जिले की सभी नदियां खतरे के निशान के आसपास पहुंच गई है। जिसके चलते कई इलाकों से नुकसान की खबर भी आ रही है। साथ ही जिला मुख्यालय मुख्यालय को जोड़ने वाली एनएच बंद होने से मुसीबत दुगुनी हो गयी है.

72 घंटों से लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बनने लगी है लगातार हो रही बारिश के चलते जिले की काली, गोरी , धौली और सरयू समेत सभी नदियां और नाले उफान पर आ गए और खतरे के निशान के आसपास पहुंच गये हैं. जिसके चलते जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी करते हुए उन्हें नदियों से दूर रहने को कहा है । पुलिस और प्रशासन की टीमें सभी नदी किनारे वाली जगह पर लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है.

भारी बारिश के चलते बंगापानी तहसील के लुमती में गोरी नदी अब सड़कों पर बहने लगी है। वही ज़िले दारमा घाटी में सेला गाँव को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल बह गया है जिसके चलते सेला गाँव का सम्पर्क देश दुनिया से कट गया है और ग्रामीण गाँव में ही फंस गये है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास खाने का राशन भी खत्म हो गया है। प्रकृति के इस रूप को देख लोग बेहद डरे हुए हैं

पिथौरागढ़ जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली घाट पिथौरागढ़ एनएच पिछले 72 घंटों से बंद पड़ा है। जिसके चलते जिले में जरूरी सामान की डिलीवरी पर भी फर्क पड़ा है। वहीं जिले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा ग्रामीण सड़के भी बंद हो गई है। सड़के बंद होने से लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। जिले के रावतगड़ा क्षेत्र से ऐसी ही तस्वीर सामने आई है जहां सड़कें बंद होने से लोग मरीज को डोली के सहारे सड़क तक पहुंचा रहे है। हालांकि प्रशासन बंद पड़ी सड़को को खोलने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन लगातार गिर रहे मलबे के कारण सड़के खोलने में दिक्कतें आ रही हैं

पिथौरागढ़ ज़िला हमेशा से ही आपदा की दृष्टि से संवेदनशील रहा है । भारी बारिश ने मानसून की शुरुवात में ही यहाँ के हालात बिगाड़ कर रख दिये है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाला समय में लोगों से लिये मुसीबतें और बढ़ सकता है। ऐसे में प्रशासन को अपनी सभी व्यवस्थाये चाक चौबंद रखनी होंगी ताकि आपदा आने पर लोगो तक जल्द राहत पहुंचाई जा सके.

(संवाद365,मनोज चंद)

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