मुंबई: गढ़वाल भ्रातृ मंडल मुंबई की ओर से मुंबई में तीन दिवसीय मुंबई उत्तराखंड महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव का आयोजन बोरीवली में चीकू वाड़ी स्थित प्रमोद महाजन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में किया गया. जहां पर उत्तराखंडी संस्कृति जीवंत हो उठी. महोत्सव का शुभारंभ नवी मुंबई में बेलापुर स्थित नंदा देवी मंदिर से कलश यात्रा के साथ हुआ. बेलापुर से निकलकर मुंबई के कई स्थलों से गुजरते हुए मां नंदा देवी की डोली कलश यात्रा चारकोप स्थित ओंकारेश्वर मंदिर पहुंची. जहां पर पंडित जयानंद सेमवाल के द्वारा डोली की पूजा अर्चना करने के पश्चात धर्मानंद रतूड़ी व अवतार नेगी के नेतृत्व में लगभग 50 भजन मंडलियों के साथ कलश यात्रा ने आयोजन स्थल की ओर प्रस्थान किया.
पहले दिन क्या क्या हुआ
इस महोत्सव में पहले दिन यानी कि 20 दिसंबर को सुरीली कंठी उत्तराखंडी लोकगीत गायन प्रतियोगिता और लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रसिद्ध अभिनेता, लेखक, निर्माता निर्देशक गुरु दान सिंह राजपूत, सुप्रसिद्ध उत्तराखण्डी लोक गायक देवकी नंदन कांडपाल व कॉरपरेट लॉयर सरोज ममगाईं थपलियाल का समावेश था. सुप्रसिद्ध मुंबईकर उत्तराखण्डी गायक बीके सावंत के थलकी बाज़ार गीत पर लोग जमकर थिरके तो वहीं सुप्रसिद्ध अभिनेत्री स्वास्ति सेमवाल कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही. इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल व उत्तराखंड आर्गेनिक कमोडिटी बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
दूसरे दिन क्या हुआ
मुंबई उत्तराखंड महोत्सव का दूसरा दिन यानी कि 21 दिसंबर उत्तराखण्डी सुर सम्राट गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के नाम रहा. नेगी दा के साथ सुप्रसिद्ध लोक गायिका अनुराधा निराला ने अपने गीतों से कार्यक्रम का समां बांध दिया तो वहीं अनिल बिष्ट ने भी अपने गीतों पर मुंबई वासियों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. दूसरे दिन विधायक मुकेश कोली और महंत दिलीप रावत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.
मुंबई उत्तराखंड महोत्सव के तीसरे दिन महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्य अथिति के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की. तीसरे ही दिन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के औद्योगिक सलाहकार व प्रसिद्ध उद्योगपति डॉ कुंवर सिंह पंवार को गढ़वाल भ्रातृ मंडल द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठित पुरस्कार गढ़रत्न से सम्मानित किया गया. डाॅ केएस पंवार को उद्यम और सामाजिक क्षेत्र में शानदार काम करने के लिए इस सम्मान से नवाजा गया. डाॅ केएस पंवार ने अपनी मेहनत के बूते देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी एक अलग मुकाम हासिल किया है. उनके इन्हीं कामों को देखते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों उन्हें गढ़रत्न से सम्मानित किया गया.
आपको बता दें कि डाॅ केएस पंवार को इससे पहले साल 2009 में दिल्ली में आल इंडिया अचीवर्स फाउंडेशन द्वारा इंडियन अचीवर्स अवार्ड फाॅर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पुरस्कार, अगस्त 2009 को असोसिएशन फाॅर इकनॉमिक ग्रोथ एंड सोशल डेवलपमेंट द्वारा भारतीय निर्माण रत्न सम्मान 2010 में भारतीय आर्थिक विकास अनुसंधान संघ द्वारा भारतीय उद्योग रत्न, इंडियन अचीवर्स अवार्ड फाॅर सोशल सर्विसेस, इंदिरा गांधी एक्सीलेंस अवार्ड 2014 में इंडो नेपाल फ्रेंडशिप को आॅपरेशन द्वारा आऊटस्टैंडिग कंट्रीब्यूशन फाॅर द प्रोग्रेस आॅफ द नेशन एंड वर्ल्ड वाइड, राजीव गांधी गोल्ड स्टार अवार्ड, भारत विभूषण सम्मान अंतरराष्ट्रीय व्यापार परिषद् व भारतीय एकांत परिषद् द्वारा ज्वेल्स आॅफ इंडिया, 2016 को खुरशेग खिरगिजस्तान मे रायजिंग स्टार आॅफ एशिया, 2017 को मारीशस मे इंटरनेशनल गोल्ड स्टार अवार्ड जैसे कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है. इसी सिलसिले में अब उन्हें गढ़वाल भ्रातृ मंडल की ओर से गढ़ रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने भी उनकी जमकर सराहना की साथ ही कई गणमान्य लोगों ने डाॅ पंवार को बधाई भी दी है.
इस अवसर पर व्यास पीठ पर स्थानीय सांसद गोपाल शेट्टी व स्थानीय विधायक सुनील राणे भी उपस्थित थे. मंडल के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट ने राज्यपाल कोश्यारी को सभी मुंबई कर उत्तराखंडियों की ओर से सम्मानित किया गया. महासचिव रमण मोहन कुकरेती ने मंडल के 91 वर्षों के इतिहास व गतिविधियों पर प्रकाश डाला. अधिवक्ता ममता भट्ट ने डॉ पंवार की उपलब्धियों को सभी के समक्ष पढ़ा. मदन मोहन गोस्वामी ने सभी उपस्थितों का आभार व्यक्त किया. राज्यपाल का किसी उत्तराखण्डी समाज में यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम था. तीसरे दिन प्रियंका मेहर के गानों और साथ में रैपर रोंगपाज के रैप पर मुंबई का विशाल युवा वर्ग झूमने पर मजबूर हो गया. कुल मिलाकर प्रियंका मेहर और उनके बैंड का मुंबई में पहला परफोर्मेंस धमाकेदार रहा. वहीं मिस इंडिया वर्ल्ड वाइड टनिष्क शर्मा की उपस्थिति ने महोत्सव में ग्लैमर का तड़का लगा दिया. कुमांऊ अंचल से आये कुमाउँनी छैल छबीली सांस्कृतिक संस्था के लोक कलाकारों ने मुंबई उत्तराखंड महोत्सव के दौरान अपने छोलिया नृत्य द्वारा सभी मुंबईकरों का मन मोह लिया.
इस महोत्सव में अमरजीत मिश्र, बहादुर सिंह बिष्ट, संध्या दोशी, हरि मृदुल, सुरेखा पाटिल, भीम सिंह राठौर, पूर्ण चंद्र बलोदी, डॉ श्रीधर थपलियाल, सोहित उनियाल, विकास जोशी, हरीश डबराल, डॉ राजेश्वर उनियाल, महेश भट्ट, वीरेंद्र नेगी, जया बिष्ट, भूपेश गौनियाल, माधवानंद भट्ट, मोहन काला, विनीत बिष्ट, दीपक डोभाल, गिरवर नेगी, वीरेंद्र बडोनी, हीरा सिंह भाकुनी, अविनाश पोखरियाल, ललित बिष्ट, शंकर सिंह रावत, हयात सिंह राजपूत, बलबीर नेगी आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित थे. आयोजन को सफल बनाने में मनोज सती, दीपक जोशी, प्रदीप रावत, मनीष द्विवेदी, राजेश बड़थ्वाल, राम सिंह घटाल, जमन सिंह बिष्ट, अधिवक्ता आशुतोष रतूड़ी, विनोद भारद्वाज, शुकदेव शर्मा, बीरेंद्र पुंडीर, बीरेंद्र गुसाईं, गणेश नौटियाल, मेड्डी रावत, जयकृत नेगी, महेंद्र परिहार ,धनंजय रावत, काफल फाउंडेशन, उत्तराखण्डी दगड़ियों ग्रुप आदि का विशेष योगदान रहा. मंडल के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष दयाराम सती महासचिव रमण मोहन कुकरेती, कोषाध्यक्ष दयानंद शर्मा ने इस सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया.
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संवाद365/अनिल नौटियाल