हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद

October 11, 2020 | samvaad365

उत्तराखंड स्थित सिखों के आस्था के केंद्र श्री लोकपाल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं। समुद्रतल से 15 हजार फीट की ऊँचाई पर सप्त श्रृंग हिम शिखरों की तलहटी में स्थित हेमकुंड साहिब में करीब 2 हजार श्रद्धालुओं नें इस शुभ दौरान पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई। सबसे पहले सिक्ख तीर्थ हेमकुंड साहिब दरबार में सुबह से ही मुख्य ग्रंथी भाई मिलाप सिंह की अगवाई में गुरु वाणी, शबद, कीर्तन, के साथ सुखमणि साहिब का पाठ किया गया. हुक्मनामा पढ़ने के बाद  दोपहर 12.30 बजे साल की अंतिम अरदास के साथ ही विधि विधान पूर्वक पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सचखंड में विराजमान किया गया, इसके बाद गुरु धाम के कपाट भी शीतकाल के लिये बंद कर दिए गए. इधर हिन्दू पौराणिक तीर्थ लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी विधि विधान पूर्वक शीतकाल के लिए बन्द कर दिये गए है,

गुरुद्वारा हेमकुंड के प्रबंधक सरदार गुरुनाम सिंह नें बताया की करीब 2000 श्रद्धालुओ ने हेमकुंड साहिब पहुँच मत्था टेका. पूरे विधि विधान के साथ कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।

आपको बता दें इस बार कोरोना वायरस के चलते हेमकुंड साहिब की यात्रा तय समय पर शुरू नहीं हो पाई थी। ये यात्रा 4 सितंबर से शुरू हुई थी हालांकि इसके बाद भी श्रद्धालु काफी संख्या में यहां पहुंचे जिसके बाद अब शीतकाल के लिए कपाट बंद कर दिए गए हैं।

(संवाद 365/ प्रदीप भंडारी )

https://www.youtube.com/watch?v=4sBC9FPI24Q&t=1s

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