लम्बे समय से कैलाश को राष्ट्रीय धरोहर बनाए जाने की कवायद हो रही है लेकिन हाल ही में संस्कृति मंत्रालय ने इस संबंध में भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआइआइ) के प्रस्ताव पर मुहर लगाकर भारत में आने वाले कैलाश क्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर बनाए जाने की तरफ पहला कदम बढ़ा दिया है। भारत में 7120 वर्ग किलोमीटर हिस्सा कैलाश का है और इसे राष्ट्रीय धरोहर बनाए जाने की तरफ भारत के पहले कदम ने चीन और नेपाल के संयुक्त कैलाश भूक्षेत्र को विश्व धरोहर का दर्जा दिलाने की तरफ भी कदम बढ़ा दिया गया है।
आपको बता दें कि भारत, चीन और नेपाल इन तीनों देशों में कुल मिलाकर 31 हजार 252 वर्ग किलोमीटर कैलाश भूक्षेत्र है जिसे यूनेस्को संरक्षित विश्व धरोहर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसीलिए कैलाश को सांस्कृतिक और प्राकृतिक विश्व धरोहर का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है। वहीं चीन ने भारत से पहले ही चीन में स्थित कैलाश क्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया है। और अब भारत ने भी कैलाश को राष्ट्रीय धरोहर बनाए जाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।
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देहरादून/काजल