पिथौरागढ़: 8 जून से शुरू हुई इस साल की कैलाश मानसरोवर यात्रा का अंतिम जत्था मंगलवार को यात्रा वापस कर लौट गया है। इस साल 18 जत्थों में 949 यात्रियों ने कैलाश मानसरोवर की यात्रा में शिरकत की। इन सभी दलों में से 30 यात्री मेडिकल अनफिट और अन्य कारणो से यात्रा पूरी नही कर पाये। जबकि एक यात्री की गुंजी में हृदयगति रुकने से मौत हो गई थी। इस प्रकार इस साल 925 यात्रियों ने पवित्र कैलाश मानसरोवर की यात्रा की। जिसमें से 727 पुरुष और 198 महिलायें शामिल रही।
मंगलवार धारचूला से पिथौरागढ़ पहुंचे अन्तिम 18 वें दल में 33 यात्री शामिल थे। जिसमें 8 महिलाओं सहित 25 पुरुष शामिल है। वहीं यात्रियों का कहना हैं कि यात्रा ज्यादा दिनों की होने से पूरे बेंच में सभी से अच्छा परिचय हो जाता हैं पूरा ग्रुप अपने परिवार जैसा लगता हैं। वहीं कुछ यात्रियों का कहना था कि कैलाश मानसरोवर यात्रा अपने जीवन में एक बार जरूर करने चाहिये। कैलाश की परिक्रमा करने पर एक अद्भुत शक्ति का अहसास होता हैं।
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संवाद365/नीरज कुमार