वहीं पीएम मोदी ने कहा कि देश, विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं। जब संकल्पों के लिये दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो वो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं, और आप देखिये, किसी व्यक्ति के जीवन में भी तो ऐसा ही होता है।पीएम मोदी ने कहा कि देश के कोने-कोने से नए-नए प्रोडक्ट अब विदेश जा रहे हैं। असम के हैलाकांडी के लेदर प्रोडक्ट हों या उस्मानाबाद के हैंडलूम उत्पाद, बीजापुर की फल-सब्जियां हों या चंदौली का काला चावल, सबका निर्यात बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल, उत्तराखंड में पैदा हुए मिलेट्स मोटे अनाज की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की गयी। आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिले के बंगनपल्ली और सुवर्णरेखा आम, दक्षिण कोरिया को निर्यात किये गए।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में GeM पोर्टल के जरिए सरकार ने 1 लाख करोड़ रु. से ज्यादा की चीज़े खरीदी हैं। देश के कोन-कोने से करीब-करीब सवा लाख लघु उद्यमियों, छोटे दुकानदारों ने अपना सामान सरकार को सीधे बेचा है। वहीं अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बाबा शिवानंद की भी चर्चा की उन्होनें कहा किहाल ही में हुए पद्म सम्मान समारोह में 126 साल के बुजुर्ग की फुर्ती देखकर मेरी तरह हर कोई हैरान हो गया होगा और मैंने देखा, पलक झपकते ही, वो नंदी मुद्रा में प्रणाम करने लगे। मैंने भी बाबा शिवानंद जी को झुककर बार-बार प्रणाम किया। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर कई लोगों का कमेंट देखा, कि बाबा शिवानंद अपनी उम्र से चार गुना कम आयु से भी ज्यादा फिट हैं। इस, दौरान पीएम मोदी ने अपने राज्य गुजरात का भी जिक्र किया उन्होनें कहा कि मैं तो उस राज्य से आता हूं, जहां पानी की हमेशा बहुत कमी रही है। गुजरात में कुएं को वाव कहते हैं। गुजरात जैसे राज्य में वाव की बड़ी भूमिका रही है। इन कुओं या वावड़ियों के संरक्षण के लिए ‘जल मंदिर योजना’ ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई।
संवाद365,डेस्क