श्रीनगर: चार धाम यात्रा अपने पीक सीजन पर इस वक्त उत्तराखंड में चल रही है। मानसून अभी पीक सीजन पर नहीं आया। मानसून और चार धाम यात्रा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि मानसून में ही पहाड़ों में सबसे ज्यादा भूस्खलन की खबरे सामने आती हैं। कई सड़कें ज्यादातर बंद ही रहती है। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलकनंदा झील के समीप फरासू भूस्खलन जोन मानसून सीजन में सिर दर्द बन सकता है।
जिससे चमोली रूदप्रयाग आने जाने वाले लोगों के साथ-साथ चार धाम आने वाले यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग खंड ने इससे निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की है। भू वैज्ञानिक पूर्व में भी इस पर चिंता जता चुके हैं। बता दें कि अप्रैल माह में ऑल वेदर रोड निर्माण कार्य के दौरान फरासू के पास व हनुमान मंदिर की बीच एक भूस्खलन जोन सक्रिय हुआ था। तब से कई बार भूस्खलन होने के चलते यह पर राजमार्ग बाधित रहा। एसडीएम श्रीनगर का कहना है कि एनएच वालों के साथ बराबर संपर्क में हैं। एक मशीन व जेसीबी को वहॉ तैनात किया गया है। जैसे ही मलवा आ रहा है उसे तुरंत साफ करवाया जा रहा है। मानसून के लिए भी प्रशासन अपनी पूरी तैयारी कर रहा है।
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संवाद365/कमल किशोरी पिमोली