पौराणिक मार्गों की तलाश में निकली एसडीआरएफ की टीम…

April 25, 2019 | samvaad365

देहरादून: प्रदेश में अब पैदल मार्गों को तलाशा जा रहा है। वहीं बद्री-केदारनाथ धाम के पौराणिक पैदल मार्गों को तलाशने का कार्य शुरू हो गया है। एसडीआरएफ के 15 सदस्य टीम द्वारा दो टुकड़ियों में इस काम को किया जा रहा है। एसडीआरएफ की ये दोनों टुकड़िया 20 अप्रैल को पैदल यात्रा पर निकल चुकी हैं।

बता दें कि इस दल ने अपने अभियान की शुरुआत एवरेस्ट पर्वतारोही निरीक्षक संजय उप्रेती के नेतृत्व में  20 अप्रैल  को ऋषिकेश से की गई है। जिसमें दो महिला जवान भी शामिल हैं। रुद्रप्रयाग पहुंचने पर ये पूरा दल, दो टुकड़ियों में बंट जाएगा। एक दल केदारनाथ धाम के पौराणिक मार्ग पर निकल जाएगा, जबकि दूसरा दल बद्रीनाथ जाएगा। एसडीआरएफ के दोनों दल कपाट खुलने से पहले धाम में पहुंच जाएंगे।

जानकारों की अगर मानें तो पौराणिक समय में इसी पैदल मार्ग से यात्री बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम दर्शन के लिए जाते थे। एसडीआरएफ टीम द्वारा एक बार फिर से इन रास्तों  को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा रही है। जिससे आने वाले समय में पर्यटक ट्रैकिंग के माध्यम से भी धामों की सांस्कृतिक धरोहरों को देख सकें। साथ ही आपदा जैसी परिस्थितियों में भी इन रस्तों का वैकल्पिक मार्ग के रूप में प्रयोग किया जा सके। इसके लिए भी तैयारी की जा रही है।

वहीं टीम का नेतृत्व कर रहे संजय उप्रेती ने कहा कि पौराणिक समय में बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने वालें श्रद्धालु इन्हीं रास्तों का प्रयोग करते थे। पिछले कई समय से लोगों द्वारा इन मार्गों का उपयोग किया जा रहा है। भूस्खलन के कारण ये मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गए थे। जिसका स्वरूप अब पूरी तरह से बदल गया है।

इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक लॉ एंड ऑडर अशोक कुमार ने बताया कि पौराणिक धरोहर व पर्यटन को जिन्दा रखने की दिशा में यह कार्य किया जा रहा है और इस साल ही मार्गो की सर्वे रिपोर्ट सम्बंधित विभाग को दी जाएगी।

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देहरादून\ कुलदीप  

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