केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक सीसीआर में हुई बैठक में पेयजल अफसरों पर जमकर बरसे.
उन्होंने कहा कि कछुआ गति से चल रहा हर घर नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य कैसा पूरा होगा. बैठक के बाद निशंक ने कहा कि हरिद्वार में रिंग रोड के लिए ढाई हजार करोड़ रुपये से पहले चरण का कार्य जल्द शुरू होगा.
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक विभागवार विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे, उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्य के बारे में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि 15 फीसदी लक्ष्य पूरा हो सका है, योजना की यह बेहद धीमी गति जानकर वह अचरज में पड़ गए, उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि योजना के तहत 2022 तक लक्ष्य को पूरा किया जाना है और यह प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना है। 2021 शुरू होने वाला है, ऐसे में वह 75 फीसदी लक्ष्य को कैसे पूरा करेंगे.
उन्होंने योजना में बेहद तेजी से कार्य करने के सख्त निर्देश दिए। विधायक आदेश चौहान की कुछ दिनों पहले ही लगे हैंडपंपों के बंद होने और उनकी जांच भी न करने की शिकायत पर उनका पारा चढ़ गया। उनके पूछने पर पेयजल निगम के ईई मोहम्मद मीसम ने बताया कि कोटद्वार की संस्था ने हैंडपंप लगाए थे, मंत्री ने अब तक संस्था पर कोई कार्रवाई न होने पर एक सप्ताह में कड़ी कार्रवाई और वसूली करने के निर्देश दिए। लक्सर नगर पालिका के चेयरमैन अंबरीष गर्ग ने एक साल से लक्सर के वाल्मीकि बस्ती में पेयजल कनेक्शन देने में हो रही हीलाहवाली की शिकायत की। इसपर मंत्री ने जल संस्थान के ईई राजीव सैनी को जमकर फटकार लगाई। अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि पेयजल उपलब्धता में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में नलकूप सिंचाई विभाग समेत कुछ विभागों के अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर उन्होंने कार्रवाई की बात कही.
(संवाद365/नरेश तोमर)