4 हजार हॉर्स पावर का इंजन और 19 डब्बे… शाबास देवभूमि की अंजली

June 1, 2019 | samvaad365

रिखणीखाल ब्लॉक की अंजली शाह महिला सशक्तिकरण की शानदार मिसाल पेश कर रही हैं. उत्तराखंड की पहली महिला असिस्टेंट लोको पायलट के रूप में अंजली हर रोज हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच उन लोगों को हकीकत दिखाने का काम भी करती हैं जो कि बेटियों को कम आंकने की गुस्ताखी करते हैं. पहाड़ की ये बेटी आज अपनी मेहनत के दम पर सुर्खियों में है. जी हां हो भी क्यों न क्योंकि चार हजार हॉर्स पावर का इंजन…. 19 डिब्बे और हजारों यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी जो अंजली को मिली है. बेटियों के लिए मिसाल कायम करने वाली अंजली 26 साल की हैं और सोमवार को उन्होंने हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया है. अंजली एक मुख्य लोको पायलट के निर्देशन में ट्रेन चलाने के गुर सीख रही हैं.

उत्तराखंड की पहली महिला असिस्टेंट लोको पायलट बनीं अंजली ने दिल्ली में 6 महीने ट्रेन संचालन का प्रशिक्षण भी लिया है. अंजली मूल रूप से पौड़ी के रिखणीखाल ब्लॉक की रहने वाली हैं और उन्होंने अपनी शिक्षा जीजीआईसी ऋषिकेश से पूरी की है. अंजली शाह ने नरेंद्रनगर पॉलिटेक्निक से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी किया है. जिसके बाद उन्होंने रेलवे की परीक्षा देकर लोको पायलट की परीक्षा पास की. अंजलि बताती हैं कि लोग उन्हें ट्रेन चलाते देख काफी आश्चर्य जताते हैं. कुछ लोग उन्हें इस नौकरी में होने वाली मुश्किलों को देखते हुए… नौकरी छोड़ने की भी सलाह देते हैं. लेकिन इन सब के बावजूद भी वो अपने काम में जुटी हुई हैं और लोगों के लिए एक मिसाल बनी हुई हैं.

संवाद 365/काजल  

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