हर साल 26 सितंबर को बिटिया दिवस मनाया जाता है । जिन परिवारों में बेटी होती है उन परिवारों के लिए आज का दिन काफी खास होता है । लेकिन आपके मन में सवाल जरूर होगा की आखिर बेची दिवस को मनाने के पीछे का क्या कारण रहा होगा तो चलिए आपके सवाल का जवाब आपको देते हैं ।
क्या है बेटी दिवस को मनाने का महत्तव
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज से 15 साल पहले का भारत में बेटियों की क्या हालात थे । उन्हें कैसे रखा जाता था । आज से पहले के भारत में बेटी पैदा होना ही पाप मानते थे और कई बेटियों को इसी कारण गर्भ में ही मार दिया जाता था । लेकिन धीरे धीरे कुछ बुद्धिजीवी लोगों ने इस बात को दरकिनार कर बेटियों को उनका हक दिलाने के लिए, उन्हें चार दिवारी से बाहर निकालने के लिए उन्हें बेटों के समान अधिकार देने के लिए कई सारे प्रयास किए। सरकार ने कई सारी योजनाएं बनाई । ताकि बेटियां भी बेटों के बराबर अपना जीवन जी सके । अपने सपने पूरे कर सके । यही कारण है कि आज बदलते समय में बेटियों के लिए भी कई सारे बदलाव समाज में देखने को मिले हैं । आज बेटियां सभी क्षेत्रों में अव्वल हैं । आज बेटियां न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि अपने गांव , राज्य व देश का नाम रौशन कर रही है ।
कहा जाता है कि बेटा भाग्य से पैदा होते हैं और बेटियां सौभाग्य से
बेटियां अपने साथ पूरे परिवार की किस्मत बदल देती है। उन्हें खुला आसमान दिया जाए तो वह ऊंची उड़ान भर सकती है। 1 बेटियां ही होती है जिसके दिल में सबके लिए प्यार होता है ।चाहे वह मायका हो या ससुराल। दोनों घरों को बांध कर रखती है। बेटों से ज्यादा बेटियां अपने माता पिता और परिवार की परवाह करती है।
भारत में बेटियों के लिए चलाई जा रही योजना
सुकन्या समृद्धि योजना
बालिका समृद्धि योजना
सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना
मुख्यमंत्री राजश्री योजना – राजस्थान
मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना – मध्य प्रदेश
माझी कन्या भाग्यश्री योजना – महाराष्ट्र
नंदा देवी कन्या धन योजना – उत्तराखंड
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना – बिहार
संवाद365,रेनू उप्रेती