धर्मनगरी में बार खोलने पर लोगों में नाराजगी,धार्मिक आस्था से हुआ खिलवाड़

January 14, 2019 | samvaad365

सरकार ने धर्म और आस्था की नगरी ऋषिकेश में बार खुलवाने के लिए लाइसेंस दे दिया है। ये बार गंगा नदी से महज 100 मीटर की दूरी पर खुला है। यह ऋषिकेश एम्स और सीमा डेंटल कॉलेज के भी करीब है। यह नया बार पशुलोक—बैराज मार्ग स्थित होटल हेरिटेज में खोला गया है। इसे खोलने की इजाजत होटल को नए साल से मिल गई है। जबकि शराब निषेध और मांस पर प्रतिबंध होने के बावजूद इस होटल में शराब और मांसाहारी भोजन परोसा जा रहा है।

ऋषिकेश में पशुलोक बैराज मार्ग के करीब वीरपुरखुर्द में प्राचीन वीरभद्र महादेव मंदिर भी है। शिवरात्रि के समय कांवड़िए यहां वाहन पार्क करते हैं। ऐसे में इस बार का खुलना धार्मिक आस्था से सीधे खिलवाड़ है।

नियमों के मुताबिक, ऋषिकेश क्षेत्र में नशे और मांस की बिक्री प्रतिबंधित है। लेकिन, बार लाइसेंस देने में इस नियम की सरासर अनदेखी कर दी गई। इधर, आबकारी निरीक्षक भरत प्रसाद ने नियमों की अनदेखी से इनकार किया। उन्होंने कहा कि हेरिटेज होटल स्वामी हरिदास ने दो साल पहले बार लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। नए साल के पहले दिन लाइसेंस जारी हुआ। उन्होंने कहा कि एम्स और सीमा डेंटल कॉलेज भी करीब एक किलोमीटर दूर हैं।

नटराज चौक पर जहाँ आबकारी विभाग ने एक बार का लाइसेंस पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के शासन काल में दे दिया गया तो वहीं धार्मिक आस्था का दम्भ भरने वाली भाजपा सरकार ने बीती दिसम्बर को वीरभद्र मार्ग पर एक होटल हेरिटेज को बार का लाइसेंस देकर धार्मिक स्थानों के संरक्षण और उनकी पवित्रता का दावा यथावत रखने वाली भाजपा की सोच को उजागर कर दिया कि उनकी कथनी और करनी में कितना अंतर है। कहने को तो धार्मिक क्षेत्र में होटल का नाम हेरिटेज रखा गया है लेकिन कहीं भी इस इलाके के पुरातात्विक भावनाओं और श्रद्धालुओं की भावनाओं का यहाँ संरक्षण नहीं किया जा रहा है, इतना ही नहीं दिल्ली से यहाँ आकर इसके स्वामी हरिदास पुत्र स्वर्गीय रामदास पर कई मामले जहाँ ऋषिकेश कोतवाली में IPC की धारा 420 में दर्ज हुए हैं वहीँ दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर पुलिस थाने दादरी में FIR नंबर 1213 दिनांक 29 दिसंबर 2018 में होटल स्वामी हरिदास पुत्र स्वर्गीय  रामदास के विरुद्ध IPC की धारा 420 ,467 .468 ,471 दर्ज है वही यहाँ इनके खिलाफ कई मामले और भी दर्ज बताये गये हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि यहाँ एक अवैध रूप से मेडिकल स्टोर भी चलाया जा रहा है जिसका पंजीकरण होटल के भूतल पर किया गया है लेकिन मेडिकल स्टोर सड़क पर स्थित प्रथम तल से चलाया जा रहा है। इतना ही नहीं हरिद्वार -ऋषिकेश विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने यह भी बताया है कि यह होटल हरिद्वार-ऋषिकेश विकास प्राधिकरण से अभी तक स्वीकृत तक नहीं है। लेकिन अवैध निर्माण का चालान किया जा चुका है। सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो यह है कि यह होटल जहाँ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIMS) के पास स्थित है वहीं इसके कुछ ही दूरी पर विधानसभा अध्यक्ष का आवास तो है ही वहीं सीमा डेंटल कॉलेज जैसे संस्थान भी इसी हॉटेल के आसपास है।इतना ही नहीं जिस इलाके में यह होटल अनधिकृत रूप से बना हुआ है वहीँ से कुछ ही दुरी पर विश्वप्रसिद्ध वीरभद्र महादेव का मंदिर भी है।

गौरतलब हो कि आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इतने शिक्षण संस्थानों सहित विश्व प्रसिद्ध मंदिर के आसपास कैसे अनधिकृत होटल निर्माण को कैसे बार का लाइसेंस दे दिया यह विचारणीय है। लेकिन लोगों का कहना है कि आम पर आबकारी के नियम लागू होते हैं लेकिन ख़ास पर इनको नज़रअंदाज कर दिया जाता है

स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम होते ही इस होटल के आसपास शराबियों का जमघट लगना शुरू हो जाता है जो देर रात तक स्थानीय लोगों की एम्स में आवाजाही तक को बाधित कर देता है जिससे तीमारदारों को परेशानी उठानी पड़ती है वहीँ बीते कुछ माह एम्स के छात्रों और आवास विकास कॉलोनी के निवासियों के बीच संघर्ष इसी होटल से शराब पीकर आये छात्रों के कारण हुआ बताया जा रहा है।

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संवाद 365/संध्या सेमवाल

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