पौड़ी: देश भर में कोरोना का संकट काल चल रहा है लेकिन इसी बीच पौड़ी जनपद से ऐसा मामला सामने आया जिसने सरकार की कार्यप्रणाली और लॉ एंड ऑर्डर पर सवालिया निशान खड़ें कर दिए हैं। दरअसल, पौड़ी जनपद की चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत वन माफ़िया द्वारा महिला राजस्व निरीक्षक कविता फर्सवाण को फोन पर जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। वन माफ़िया का नाम अमित रावत है और वह कोटद्वार का रहने वाला है। अमित राजस्व निरीक्षक कविता फर्सवाण को फोन पर जान से मारने की धमकी देता है साथ ही वह उनके परिजनों को भी जान से मारने की धमकी देता है। अमित की इस धमकी की कॉल रिकॉर्डिंग भी सामने आई है। अमित फोन पर खुद को वन मन्त्री हरक सिंह रावत का नजदीकी बता रहा है, कविता का कहना है कि पिछली बार भी इसने पेड़ काटने की अनुमति से संबंधित फाइल को आगे न बढ़ाने को लेकर कविता को ट्रांसफर कराये जाने की भी धमकी दी थी और इस बार उसने फोन पर उसे और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी। अमित रावत को राजस्व कर्मियों ने अपनी हिरासत में ले लिया है और पौड़ी के जिलाधिकारी और चौबट्टाखाल के उप जिलाधिकारी को मामले की रिपोर्ट भेजी जा रही है।
बहरहाल, हरक सिंह रावत वन मन्त्री हैं और उनका नाम लेकर अगर कोई वन माफ़िया राजस्व कर्मी को धमकाता है तो मामला काफी गंभीर हो जाता है, ऐसी स्थिति में किसी भी राजस्व कर्मी और विशेष तौर पर महिला राजस्व कर्मी का ग्रामीण क्षेत्रों में काम करना बेहद मुश्किल हो जायेगा, उम्मीद है कि पौड़ी जिला प्रशासन और सरकार इस मामले का संज्ञान लेकर माफ़िया के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे। साथ ही वनमन्त्री हरक सिंह रावत से भी इस बारे में पूछा जाना चाहिए कि क्या उनकी विधानसभा कोटद्वार का वन माफ़िया अमित रावत उनका रिश्तेदार है या नजदीकी या कुछ और!
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संवाद365/भगवान रावत